Sunday, March 15, 2009

जागो नौजवान जागो


जागो नौजवान जागो

पात्र परिचय

01 - चमन - प्रदेश का मुखिया
02 - पी.ए. - चमन का पी.ए.
03 - सूत्रधार - युवाऒं को जागृत करते लोग कार्यकर्ता
04 - पुलिस वाला - एक पुलिस अधिकारी
05 - बेरोजगार (एक) - पिछड़ा वर्ग
06 - बेरोजगार (दो) - अल्पसंख्यक वर्ग
07 - बेरोजगार (तीन) - अजा./अजजा. वर्ग
08 - बेरोजगार (चार) - सामान्य वर्ग
09 - महिला बेरोजगार - महिला वर्ग
10 - कोरस गान मण्डली - जनचेतना फैलाती युवाऒं की टोली

(दृश्य - एक)

कुछ लोग घेरे में गोल गोल घूमते हुए गीत गा रहे हैं -

" नंबर एक देखो
हो गये नंबर पंद्रह
काम काज आता नहीं
घोषणाऐं करता फिरता "

चमन हाथ में तख्ती पकड़े जिस पर लिखा होता है " बीस हजार सांड छोड़ूंगा" घेरे में प्रवेश करता है
और गाने लगता है -
चमन - " घोषणायें करता हूं मैं, ये है मेरा काम
चुप हो तुम लोग, वर्ना छोड़ दुंगा सांड "

युवाऒं की टोली को डराने के बाद चमन घेरे से बाहर चला जाता है

(दृश्य - दो)

सूत्रधार प्रवेश करता है
सुत्रधार - साहेबान, मेहरबान, कद्रदान ,

"मुखिया नंबर वन फिर बन गया जीरो कैसे, मत
हो हैरान अंधा बांटे रेवड़ी कहावत चरितार्थ हो गई जैसे"

कहते हुए सूत्रधार घेरे से बाहर चले जाता है।

दृश्य - तीन


चमन व पी ए का प्रवेश होता है
चमन - दोनो हाथों से अपने माथे पर आये बालों को पीछे करते हुए "मुझे कुछ समझ
नहीं आता मैं क्या करुं"
पी॰ए॰ - "आप तो बिना समझे पुनः सत्ता में आ गये अब समझ कर क्या करेंगे"
चमन - "किसी ने पूछ लिया कि नंबर वन से जीरो पहुंचकर भी सत्ता में कैसे आ गये
॰॰॰तो क्या जवाब दुंगा॰॰ ?
पी॰ए॰ - "वेरी इजी सर॰॰॰ कह दीजियेगा आप सबका स्नेह है वर्ना॰॰"
चमन - "लेकिन काम तो मैं करता नहीं॰॰ सिवाये आंखों में धूल झोंकने के॰॰"
पी॰ए॰ - यह भी तो एक काम है सर॰॰ ही ही ही ही ॰॰॰॰॰"
चमन - बालों को पीछे करते हुए " वेरी गुड॰॰॰॰ वेरी गुड॰॰॰॰॰॰"
पी॰ए॰ - "सर कुछ लोग कह रहे थे चमन सरकार भी अजूबा है ना जाने कैसे चला रहे हैं
वो"
चमन - " तुमने नहीं कहा क्या, हम तो बेरोजगारों, महिलाऒं, गरीबों, व्यापारियों सहित
समूचे प्रदेश के लोगों को चलाकर यहां पहुंचे हैं। यह तो सरकार है जो अपने
आप चलती है हा हा हा हा ॰॰॰॰" ठहाके लगाते हुए घेरे के बाहर चले जाते हैं।
पी॰ए॰ - " चुनाव के दौरान बेरोजगार तो आपके कायल हो गये थे लेकिन ॰॰॰॰" सोचते हुए
वह भी बाहर चले जाता है।

दृस्य - चार

कुछ लोग घेरे में प्रवेश कर गीत गाने लगते हैं -


"नाम चमन है, काम दमन है,
होशियार॰॰॰ खबरदार॰॰॰
ना ही नौकरी ना ही भत्ता
बेरोजगार परेशान"


चमन के पी॰ए॰ के साथ घेरे में प्रवेश होता है
चमन - गाता है॰॰


" कौन सा भत्ता, कौन सी नौकरी
मत रखो तुम हमसे आस
ुनावी वादा था वो
मत करो व्यर्थ प्रयास"


कुटिल हंसी के साथ दोनों घेरे के बाहर हो जाते हैं ॰॰॰
मुंह लटकाये बेरोजगार हताश हो अपनी पीड़ा से अवगत कराते हुए नारे लगाने लगते हैं -


"नौकरी दो या सत्ता दो वर्ना सत्ता छोड़ दो॰॰
बेरोजगारों को तुमसे आस, मत बनो तुम गले की फांस"


नारो से छुब्द एक पुलिस वाला घेरे में प्रवेश करता है॰॰॰॰
पुलिस वाला - " बंद करो ये नारेबाजी, मत रखो चमन से आस,
वोट दिया तुमने लालच में अब भोगो पांच साल"
फिर पुलिसवाला अपने डण्डे को जोर से जमीन पर पटकता है, उसका रुप देखकर
सब बेरोजगार डर का शांत भाव से खड़े हो जाते हैं।
बेरोजगार एक - हिम्मत करके "हमसे चमन ने वादा किया था कि सत्ता में आते ही
साथ वो पूरे 500 रुपये बेरोजगारी भत्ता देंगे, लेकिन अब अपने वादे से मुकर रहे
हैं।"